आईसीटी कम्प्यूटर लैब/कल्प योजना
वित्त पोषित:
राज्य सरकार द्वारा
योजना का प्रकार:
व्यक्तिगत
Introduction
कल्प कार्यक्रम-
कल्प कार्यक्रम वर्ष 2004-05 से राजस्थान में 187 उच्च प्राथमिक विद्यालयों में प्रारम्भ किया गया। वर्ष 2005-06, 2006-07, 2007-08 में कार्यक्रम क्रमशः 589, 358 और 500 उच्च प्राथमिक विद्यालयों में विस्तार किया गया। तत्पश्चात वर्ष 2008-09 से 2009 -10, 2010-11, 2011-12 और 2012-13 में कल्प कार्यक्रम को बूट मॉडल के तहत 6676 स्कूलों में विस्तार किया गया। सत्र 2015-16 में 544 उच्च प्राथमिक विद्यालयों में, सत्र 2016-17 में 330 उच्च प्राथमिक विद्यालयों में तथा वर्ष 2017-18 में 330 स्कूलों में विस्तार किया गया। अब तक कुल 9514 उच्च प्राथमिक स्तर के विद्यालयों में कल्प कार्य क्रम संचालित हैं।
सूचना एवं संचार तकनीकी के उपयोग से विद्यालय स्तरीय निष्पादन क्षमता के संवर्धन तथा शिक्षण और अधिगम प्रक्रिया को सुगम, सुरूचिपूर्ण और सर्व सुलभ बनाने के लिये आईसीटी/कल्प उपकरणों की व्यवस्था द्वारा वर्तमान पाठ्यक्रम और विधियों को समृद्ध कर विद्यार्थियों को डिजिटल विश्व से आत्मसात् करवाने और प्रभावी रोजगार के लिये आवश्यक कौशलों को प्राप्त करने के योग्य बनाने हेतु राज्य के विद्यालयों में आई.सी.टी./कल्प का उपयोग किया जा रहा है। विद्यालयों में कम्प्यूटर लैब का उपयोग दो दृष्टिकोणों से किया गया है, आईसीटी ‘‘स्वयं एक विषय’’ के रूप में तथा दूसरा ‘‘शिक्षण अधिगम प्रक्रिया संवर्धन उपकरण’’ के रूप में।
कल्प कार्यक्रम वर्ष 2004-05 से राजस्थान में 187 उच्च प्राथमिक विद्यालयों में प्रारम्भ किया गया। वर्ष 2005-06, 2006-07, 2007-08 में कार्यक्रम क्रमशः 589, 358 और 500 उच्च प्राथमिक विद्यालयों में विस्तार किया गया। तत्पश्चात वर्ष 2008-09 से 2009 -10, 2010-11, 2011-12 और 2012-13 में कल्प कार्यक्रम को बूट मॉडल के तहत 6676 स्कूलों में विस्तार किया गया। सत्र 2015-16 में 544 उच्च प्राथमिक विद्यालयों में, सत्र 2016-17 में 330 उच्च प्राथमिक विद्यालयों में तथा वर्ष 2017-18 में 330 स्कूलों में विस्तार किया गया। अब तक कुल 9514 उच्च प्राथमिक स्तर के विद्यालयों में कल्प कार्य क्रम संचालित हैं।
सूचना एवं संचार तकनीकी के उपयोग से विद्यालय स्तरीय निष्पादन क्षमता के संवर्धन तथा शिक्षण और अधिगम प्रक्रिया को सुगम, सुरूचिपूर्ण और सर्व सुलभ बनाने के लिये आईसीटी/कल्प उपकरणों की व्यवस्था द्वारा वर्तमान पाठ्यक्रम और विधियों को समृद्ध कर विद्यार्थियों को डिजिटल विश्व से आत्मसात् करवाने और प्रभावी रोजगार के लिये आवश्यक कौशलों को प्राप्त करने के योग्य बनाने हेतु राज्य के विद्यालयों में आई.सी.टी./कल्प का उपयोग किया जा रहा है। विद्यालयों में कम्प्यूटर लैब का उपयोग दो दृष्टिकोणों से किया गया है, आईसीटी ‘‘स्वयं एक विषय’’ के रूप में तथा दूसरा ‘‘शिक्षण अधिगम प्रक्रिया संवर्धन उपकरण’’ के रूप में।
योजना के बारे में:
रा.उ.मा.वि./रा.मा. विद्यालयों में विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों में सूचना एवं संचार तकनीकी के संवर्धन हेतु वातावरण निर्माण के माध्यम से गुणवत्ता प्रदान करना ।
आई.सी.टी./कल्प योजना द्वारा उपलब्ध सामग्री और ऑनलाइन पाठ्यक्रम उपलब्ध करवाने की सुनिश्चितता करना।
शिक्षण और अधिगम के लिए आई.सी.टी./कल्प उपकरणों की व्यवस्था से वर्तमान पाठ्यक्रम और विधियों को समृद्ध करना।
विद्यार्थियों को Digital World और प्रभावी रोजगार के लिए आवश्यक कौशलों को प्राप्त करने के लिए योग्य बनाना।
विद्यार्थियों को आई.सी.टी./कल्प योजना के उपकरणों के माध्यम से प्रभावी अधिगम वातावरण निर्माण कराना।
विद्यालयों में स्वाध्याय की सहायता से समालोचक चिंतन और विश्लेषणात्मक कौशल का विकास करना। इससे कक्षा वातावरण शिक्षक केन्द्रित से विद्यार्थी केन्द्रित होगा।
कम्प्यूटर षिक्षा द्वारा कक्षा का वातावरण शिक्षक केन्द्रित ना रहकर विद्यार्थी केन्द्रित करने के प्रयास करना।
आईसीटी योजना-
आईसीटी योजनान्तर्गत विभिन्न चरणों के माध्यम से राज्य में 8500 विद्यालयों में कम्प्यूटर लैब स्थापित है तथा 2197 विद्यालयों में कम्प्यूटर लैब स्थापना का कार्य पूर्ण हो गया है।
प्रथम चरण:- प्रथम चरण के अंतर्गत अगस्त 2008 में राज्य के 2500 विद्यालयों में बूट माॅडल अनुबंध आधार पर प्रत्येक स्कूल में 10 कम्प्यूटर सेट मय आवश्यक सामग्री उपलब्ध करवाये गये है। विद्युत की वैकल्पिक व्यवस्था हेतु GENSET भी प्रदान किये गये है। इस चरण की अवधि 31.12.2013 को समाप्त हो चुकी है और समस्त हाॅडवेयर, साॅफ्टवेयर विद्यालय विकास एवं प्रबंधन समिति को हस्तान्तरित किया जा चुका है।
द्वितीय चरण:- द्वितीय चरण के अंतर्गत अगस्त 2010 में राज्य के 2000 विद्यालयों में बूट माॅडल अनुबंध आधार पर प्रत्येक स्कूल में 10 कम्प्यूटर सेट मय आवश्यक सामग्री उपलब्ध करवाये गये है। विद्युत की वैकल्पिक व्यवस्था हेतु GENSET भी प्रदान किये गये है। इस चरण की अवधि 31.08.2015 को समाप्त हो चुकी है और समस्त हाॅडवेयर, साॅफ्टवेयर विद्यालय विकास एवं प्रबंधन समिति को हस्तान्तरित किया जा चुका है।
तृतीय चरण:- तृतीय चरण के अन्तर्गत फरवरी, 2014 में संस्कृत विद्यालयों को सम्मिलित करते हुये राज्य के 2000 विद्यालयों में बूट माॅडल अनुबंध आधार पर प्रत्येक स्कूल में 10 कम्प्यूटर सेट मय आवश्यक सामग्री उपलब्ध करवाये गये है। विद्युत की वैकल्पिक व्यवस्था हेतु सोलर पैनल व इनवर्टर भी प्रदान किये गये है। इस चरण की अवधि 24.02.2019 को समाप्त हो चुकी है और समस्त हाॅडवेयर, साॅफ्टवेयर विद्यालय विकास एवं प्रबंधन समिति को हस्तान्तरित किया जाना प्रक्रियाधीन है। इस चरण में कार्यरत सेवा प्रदाता एजेन्सी का विवरण इस प्रकार है:- कम्प्यूकाॅम साफ्टवेयर लिमिटेड, जयपुर - आवंटित विद्यालय 1373 IL&FS Education Pvt. Ltd. -आवंटित विद्यालय 627 (जयपुर और अजमेर संभाग)
चतुर्थ चरण:- आईसीटी चतुर्थ चरण के लिये वर्ष 2015-16 में राज्य के 525 राजकीय माध्यमिक/उच्च माध्यमिक विद्यालयों में कम्प्यूटर लैब स्थापित की गई है। सैटेलाइट क्लासेज संचालित है। ऽ इस चरण में 525 विद्यालयों में सैटेलाइट प्रसारण के माध्यम से कक्षा 9 एवं 10 के विद्यार्थियों को विज्ञान, गणित, अंग्रेजी व कम्प्यूटर विषय का लाइव शिक्षण करवाया जा रहा है। सैटेलाइट प्रसारण के माध्यम से केन्द्रीकृत स्टूडियो से 525 विद्यालयों के आईसीटी केन्द्रों पर संस्थाप्रधानों व शिक्षकों के साथ राज्य स्तर से प्रत्यक्ष संवाद स्थापित किया जा सकता है।
पंचम चरण:- आईसीटी पंचम चरण के लिये वर्ष 2017-18 में राज्य के 303 राजकीय माध्यमिक/उच्च माध्यमिक विद्यालयों में कम्प्यूटर लैब स्थापित की गई है।
राज्य सरकार द्वारा वित्त पोषित परियोजना (1172 विद्यालय) : इस योजनान्तर्गत राज्य के 1172 राजकीय माध्यमिक/उच्च माध्यमिक विद्यालयों में कम्प्यूटर लैब स्थापित की गई है।
राज्य सरकार द्वारा वित्त पोषित परियोजना (5051 विद्यालय) : 5051 योजनान्तर्गत राज्य के 2239 राजकीय माध्यमिक/उच्च माध्यमिक विद्यालयों में कम्प्यूटर लैब स्थापित की गई है। इन विद्यालयों के 4187 शिक्षकों को कम्प्यूटर लैब के संचालन एवं रखरखाव संबंधित कम्प्यूटर प्रशिक्षण दिया गया है।
आई.सी.टी./कल्प योजना द्वारा उपलब्ध सामग्री और ऑनलाइन पाठ्यक्रम उपलब्ध करवाने की सुनिश्चितता करना।
शिक्षण और अधिगम के लिए आई.सी.टी./कल्प उपकरणों की व्यवस्था से वर्तमान पाठ्यक्रम और विधियों को समृद्ध करना।
विद्यार्थियों को Digital World और प्रभावी रोजगार के लिए आवश्यक कौशलों को प्राप्त करने के लिए योग्य बनाना।
विद्यार्थियों को आई.सी.टी./कल्प योजना के उपकरणों के माध्यम से प्रभावी अधिगम वातावरण निर्माण कराना।
विद्यालयों में स्वाध्याय की सहायता से समालोचक चिंतन और विश्लेषणात्मक कौशल का विकास करना। इससे कक्षा वातावरण शिक्षक केन्द्रित से विद्यार्थी केन्द्रित होगा।
कम्प्यूटर षिक्षा द्वारा कक्षा का वातावरण शिक्षक केन्द्रित ना रहकर विद्यार्थी केन्द्रित करने के प्रयास करना।
आईसीटी योजना-
आईसीटी योजनान्तर्गत विभिन्न चरणों के माध्यम से राज्य में 8500 विद्यालयों में कम्प्यूटर लैब स्थापित है तथा 2197 विद्यालयों में कम्प्यूटर लैब स्थापना का कार्य पूर्ण हो गया है।
प्रथम चरण:- प्रथम चरण के अंतर्गत अगस्त 2008 में राज्य के 2500 विद्यालयों में बूट माॅडल अनुबंध आधार पर प्रत्येक स्कूल में 10 कम्प्यूटर सेट मय आवश्यक सामग्री उपलब्ध करवाये गये है। विद्युत की वैकल्पिक व्यवस्था हेतु GENSET भी प्रदान किये गये है। इस चरण की अवधि 31.12.2013 को समाप्त हो चुकी है और समस्त हाॅडवेयर, साॅफ्टवेयर विद्यालय विकास एवं प्रबंधन समिति को हस्तान्तरित किया जा चुका है।
द्वितीय चरण:- द्वितीय चरण के अंतर्गत अगस्त 2010 में राज्य के 2000 विद्यालयों में बूट माॅडल अनुबंध आधार पर प्रत्येक स्कूल में 10 कम्प्यूटर सेट मय आवश्यक सामग्री उपलब्ध करवाये गये है। विद्युत की वैकल्पिक व्यवस्था हेतु GENSET भी प्रदान किये गये है। इस चरण की अवधि 31.08.2015 को समाप्त हो चुकी है और समस्त हाॅडवेयर, साॅफ्टवेयर विद्यालय विकास एवं प्रबंधन समिति को हस्तान्तरित किया जा चुका है।
तृतीय चरण:- तृतीय चरण के अन्तर्गत फरवरी, 2014 में संस्कृत विद्यालयों को सम्मिलित करते हुये राज्य के 2000 विद्यालयों में बूट माॅडल अनुबंध आधार पर प्रत्येक स्कूल में 10 कम्प्यूटर सेट मय आवश्यक सामग्री उपलब्ध करवाये गये है। विद्युत की वैकल्पिक व्यवस्था हेतु सोलर पैनल व इनवर्टर भी प्रदान किये गये है। इस चरण की अवधि 24.02.2019 को समाप्त हो चुकी है और समस्त हाॅडवेयर, साॅफ्टवेयर विद्यालय विकास एवं प्रबंधन समिति को हस्तान्तरित किया जाना प्रक्रियाधीन है। इस चरण में कार्यरत सेवा प्रदाता एजेन्सी का विवरण इस प्रकार है:- कम्प्यूकाॅम साफ्टवेयर लिमिटेड, जयपुर - आवंटित विद्यालय 1373 IL&FS Education Pvt. Ltd. -आवंटित विद्यालय 627 (जयपुर और अजमेर संभाग)
चतुर्थ चरण:- आईसीटी चतुर्थ चरण के लिये वर्ष 2015-16 में राज्य के 525 राजकीय माध्यमिक/उच्च माध्यमिक विद्यालयों में कम्प्यूटर लैब स्थापित की गई है। सैटेलाइट क्लासेज संचालित है। ऽ इस चरण में 525 विद्यालयों में सैटेलाइट प्रसारण के माध्यम से कक्षा 9 एवं 10 के विद्यार्थियों को विज्ञान, गणित, अंग्रेजी व कम्प्यूटर विषय का लाइव शिक्षण करवाया जा रहा है। सैटेलाइट प्रसारण के माध्यम से केन्द्रीकृत स्टूडियो से 525 विद्यालयों के आईसीटी केन्द्रों पर संस्थाप्रधानों व शिक्षकों के साथ राज्य स्तर से प्रत्यक्ष संवाद स्थापित किया जा सकता है।
पंचम चरण:- आईसीटी पंचम चरण के लिये वर्ष 2017-18 में राज्य के 303 राजकीय माध्यमिक/उच्च माध्यमिक विद्यालयों में कम्प्यूटर लैब स्थापित की गई है।
राज्य सरकार द्वारा वित्त पोषित परियोजना (1172 विद्यालय) : इस योजनान्तर्गत राज्य के 1172 राजकीय माध्यमिक/उच्च माध्यमिक विद्यालयों में कम्प्यूटर लैब स्थापित की गई है।
राज्य सरकार द्वारा वित्त पोषित परियोजना (5051 विद्यालय) : 5051 योजनान्तर्गत राज्य के 2239 राजकीय माध्यमिक/उच्च माध्यमिक विद्यालयों में कम्प्यूटर लैब स्थापित की गई है। इन विद्यालयों के 4187 शिक्षकों को कम्प्यूटर लैब के संचालन एवं रखरखाव संबंधित कम्प्यूटर प्रशिक्षण दिया गया है।
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